DESERT CYCLONE (Exercise): India-UAE Joint Military Exercise की पूरी जानकारी

DESERT CYCLONE (Exercise) 2025

Table of Contents

आज के समय में देशों के बीच होने वाले संयुक्त सैन्य अभ्यास आपसी विश्वास, सहयोग और सामरिक क्षमता को मजबूत करने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ऐसा ही एक अहम सैन्य अभ्यास है DESERT CYCLONE (Exercise), जो भारत और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के बीच आयोजित किया जाता है। यह ब्लॉग India – UAE Joint military exercise से जुड़ी पूरी जानकारी देता है, जिसमें यह बताया गया है कि यह अभ्यास कब, कहाँ, कैसे और किन उद्देश्यों के साथ किया जाता है।

DESERT CYCLONE (Exercise) क्या है?

DESERT CYCLONE (Exercise) भारत और UAE के बीच होने वाला एक द्विपक्षीय थल सेना अभ्यास है। इस अभ्यास का उद्देश्य दोनों देशों की सेनाओं के बीच तालमेल बढ़ाना, संयुक्त सैन्य अभियानों की क्षमता विकसित करना और आधुनिक युद्ध परिस्थितियों के लिए सैनिकों को तैयार करना है।

यह India – UAE Joint military exercise मुख्य रूप से रेगिस्तानी और शहरी युद्ध परिस्थितियों पर केंद्रित होता है, जहाँ सैनिकों को सीमित संसाधनों, कठिन मौसम और तेज निर्णय लेने की आवश्यकता होती है।

DESERT CYCLONE (Exercise) की शुरुआत क्यों हुई?

भारत और UAE के बीच रक्षा सहयोग लगातार मजबूत हो रहा है। दोनों देश क्षेत्रीय सुरक्षा, आतंकवाद-रोधी अभियानों और वैश्विक शांति प्रयासों में समान सोच रखते हैं। इसी सहयोग को और गहराई देने के लिए DESERT CYCLONE (Exercise) की शुरुआत की गई।

इस अभ्यास का उद्देश्य सिर्फ प्रशिक्षण नहीं, बल्कि दोनों सेनाओं के बीच आपसी समझ, विश्वास और सामरिक सहयोग को बढ़ाना भी है। यह अभ्यास दिखाता है कि भारत और UAE रणनीतिक साझेदार के रूप में एक-दूसरे पर भरोसा करते हैं।

DESERT CYCLONE (Exercise) कब और कहाँ आयोजित हुआ?

पहला संस्करण – Desert Cyclone 2024

DESERT CYCLONE (Exercise) का पहला संस्करण
2 जनवरी से 15 जनवरी 2024 तक
महाजन फील्ड फायरिंग रेंज, राजस्थान (भारत) में आयोजित किया गया।

राजस्थान का रेगिस्तानी क्षेत्र इस अभ्यास के लिए आदर्श स्थान था, जहाँ सैनिकों को खुले रेगिस्तान और शहरी जैसे वातावरण में प्रशिक्षण मिला।

दूसरा संस्करण – Desert Cyclone-II (2025)

DESERT CYCLONE (Exercise) का दूसरा संस्करण
18 दिसंबर से 30 दिसंबर 2025 तक
अबू धाबी, UAE में आयोजित हुआ।

UAE के रेगिस्तानी इलाकों में आयोजित इस अभ्यास से दोनों सेनाओं को नई भौगोलिक परिस्थितियों में काम करने का अनुभव मिला।

DESERT CYCLONE (Exercise) में कौन-कौन शामिल होता है?

भारत की भागीदारी

भारत की ओर से लगभग 45 सैनिक इस अभ्यास में भाग लेते हैं, जो मुख्य रूप से Mechanised Infantry Regiment से होते हैं। ये सैनिक रेगिस्तानी युद्ध और आधुनिक सैन्य अभियानों में विशेष रूप से प्रशिक्षित होते हैं।

UAE की भागीदारी

UAE Land Forces की ओर से भी लगभग समान संख्या में सैनिक भाग लेते हैं। उदाहरण के तौर पर, 53 Mechanised Infantry Battalion ने इस अभ्यास में भाग लिया।

यह संयुक्त भागीदारी इस India – UAE Joint military exercise को वास्तविक युद्ध जैसी परिस्थितियों के करीब बनाती है।

DESERT CYCLONE (Exercise) के मुख्य उद्देश्य

1. Interoperability बढ़ाना

इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य दोनों सेनाओं के बीच समन्वय और सहयोग को मजबूत करना है, ताकि वे भविष्य में संयुक्त अभियानों को सफलतापूर्वक अंजाम दे सकें।

2. रक्षा सहयोग को मजबूत करना

DESERT CYCLONE (Exercise) भारत और UAE के रक्षा संबंधों को नई ऊँचाई देता है और आपसी विश्वास को मजबूत करता है।

3. शहरी युद्ध और उप-परंपरागत अभियानों का प्रशिक्षण

इस India – UAE Joint military exercise में सैनिकों को:

  • शहरी इलाकों में युद्ध

  • Cordon and Search ऑपरेशन

  • संयुक्त मिशन प्लानिंग

  • Surveillance और Reconnaissance

  • Heliborne ऑपरेशन

का अभ्यास कराया जाता है।

4. UN Peacekeeping Missions की तैयारी

यह अभ्यास संयुक्त राष्ट्र के शांति अभियानों जैसी परिस्थितियों में प्रशिक्षण देता है, जिससे सैनिक अंतरराष्ट्रीय मिशनों के लिए तैयार होते हैं।

DESERT CYCLONE (Exercise) में होने वाली प्रमुख गतिविधियाँ

  • Urban Warfare Drills

  • Heliborne Insertion & Extraction

  • Drone और Counter-Drone अभ्यास

  • संयुक्त Command Planning

  • Tactical Movement Exercises

ये सभी गतिविधियाँ सैनिकों की निर्णय क्षमता और नेतृत्व कौशल को बेहतर बनाती हैं।

DESERT CYCLONE (Exercise) क्यों महत्वपूर्ण है?

1. भारत-UAE संबंधों को मजबूती

यह India – UAE Joint military exercise दोनों देशों के बीच बढ़ते रणनीतिक संबंधों का प्रमाण है।

2. क्षेत्रीय सुरक्षा में योगदान

संयुक्त प्रशिक्षण से क्षेत्रीय स्थिरता और सुरक्षा को बढ़ावा मिलता है।

3. आधुनिक युद्ध के लिए तैयारी

आज के युद्ध केवल हथियारों से नहीं, बल्कि तकनीक, ड्रोन और तेज निर्णय क्षमता से लड़े जाते हैं — यह अभ्यास उसी पर केंद्रित है।

DESERT CYCLONE (Exercise) का सामरिक महत्व

  • सैन्य कूटनीति को बढ़ावा

  • दीर्घकालिक रक्षा साझेदारी

  • संयुक्त युद्ध क्षमता में सुधार

  • वैश्विक शांति अभियानों की तैयारी

निष्कर्ष

DESERT CYCLONE (Exercise) केवल एक सैन्य अभ्यास नहीं, बल्कि भारत और UAE के बीच मजबूत होते रक्षा और रणनीतिक सहयोग का प्रतीक है। यह India – UAE Joint military exercise दोनों देशों की सेनाओं को आधुनिक चुनौतियों के लिए तैयार करता है और वैश्विक शांति व स्थिरता में योगदान देता है।

रेगिस्तान की कठिन परिस्थितियों में किया गया यह अभ्यास आपसी विश्वास, सहयोग और साझा सुरक्षा लक्ष्यों को और मजबूत करता है।

हमारा नवीनतम ब्लॉग

  • विश्व में कृषि उत्पादन 2025: आंकड़े, शीर्ष देश और वैश्विक रुझान – Visit

  • AQI (air Quality Index): भारत में वायु गुणवत्ता की सम्पूर्ण जानकारी – Visit

Enquire Now!

Welcome to DDD
Doon Defence Dreamers

Dreamers CEO meets Defence Minister
Doon defence dreamers logo